Price (Hard Back) : Rs. 240 only ( ISBN No. 81-902903-0-4 ) Price (Paper Back) : Rs. 96 only ( ISBN No. 81-902903-1-2 ) Publication Year 2005 |
हिन्द स्वराज की प्रासंगिकता अनुक्रम निवेदन भूमिका
भाग-एक
महात्मा गांधी का हिन्द स्वराज : गुलाम भारत में संप्रभुता एवं स्वावलंबन के सूत्रो की खोज
खण्ड-क हिन्द स्वराज का सभ्यतामूलक संदर्भ 1. भारत में कांग्रेस संगठन की तत्कालीन (1909) स्थिति 2. बंगाल का बंटवारा और इसके परिणाम 3. स्वराज का अर्थ एवं प्रकृति
खण्ड-ख आधुनिक सभ्यता की मीमांसा 1. आधुनिक प्रजातंत्र की संसदीय प्रणाली 2. सभ्यता का दर्शन
खण्ड-ग भारतीय सभ्यता के सूत्र
अंश-अ हिन्दुस्तान की गुलामी एवं आजादी के सूत्र 1. हिन्दुस्तान क्यों हारा? 2. हिन्दुस्तान कैसे आजाद हो? 3. इटली और हिन्दुस्तान 4. स्वराज के साधान के रूप में गोला बारूद
अंश-आ अंग्रेजी राज में हिन्दुस्तान की दशा 1. दिग्भ्रमित भारत 2 आत्म विकास एवं सांस्कृतिक परिष्कार पर जोर 3. अंग्रेजी राज प्रेरित आधुनिक कुप्रचार 4. आधुनिक सभ्यता के तकनीक 5. राष्ट्र की अवधारणा 6. हिन्दू मुस्लिम संबंधा 7. अंग्रेजी राज में भारतीय वकील एवं जज 8. अंग्रेजी राज और ऐलोपैथिक डॉक्टर
खण्ड-घ सनातन सभ्यता का नया शास्त्र 1. सच्ची सभ्यता कौन सी? 2. सत्याग्रह--आत्मबल 3. बुनियादी शिक्षा निष्कर्ष
भाग-दो हिन्द स्वराज की प्रासंगिकता 1. भूमिका 2. लोक परंपराओं का शास्त्र 3. भारतीय परंपरा के समकालीन प्रवक्ता 4. महात्मा गांधी और उनके आलोचक 5. यूरोपीय आधुनिकता एवं समकालीन
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